शायद ही कोई ऐसा आदमी होगा जो कह सके कि आज तक उसे बुखार नहीं लगा है। दरअसल बुखार एक ऐसी समस्या है जिससे व्यक्ति जीवन में एक न एक बार जरूर पीड़ित होता है। यहां तक की हमारी आबादी की बहुत बड़ी संख्या साल में एक ना एक बार बुखार से जरूर पीड़ित होती है। क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर यह बुखार कैसे लगता है (Bukhar Kaise lagta hai). क्या कभी आपने जानने की कोशिश की है कि बुखार कोई बीमारी है या फिर किसी बीमारी का लक्षण (Fever is Disease or symptoms).
तो चलिए इस article में हम आपको बताते हैं कि आखिर किसी व्यक्ति को बुखार क्यों लगता है (Bukhar kyon lagta hai). साथ ही आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि बुखार हमारे शरीर के लिए अच्छा भी होता है, आखिर कैसे, जानने के लिए इस इसे आखिर तक पढ़ें।
● बुखार क्या होता है – What is Fever in Hindi
Bukhar kya hota hai, ये ज्यादा डिटेल में बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसके बारे में कुछ न कुछ जानकारी आपको भी होगी। फिर भी चलीए हम शॉर्ट में बता देते हैं कि बुखार क्या होता है (Bukhar kyon hota hai).
दरअसल जब हमारे शरीर का तापमान सामान्य से अधिक बढ़ जाता है तो इस स्थिति को बुखार कहा जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक सामान्य व्यक्ति के शरीर का तापमान 98.6 फॉरेनहाइट या 37 डिग्री सेल्सियस होता है। जब कभी शरीर का तापमान इस सीमा से अधिक बढ़ जाता है तो इस स्थिति को बुखार कहा जाता है। अब आप समझ गए होंगे कि Fever kya hota hai.
वैसे एक बात ध्यान दें कि अमूमन हर व्यक्ति के शरीर में रात के मुकाबले दिन में तापमान ज्यादा होता है। साथ ही पर्सन टो पर्सन तापमान में कुछ अंतर भी देखने को मिल सकता है। वैसे जब शरीर का तापमान 100 फॉरेनहाइट से अधिक हो जाता है तभी इस स्थिति को बुखार कहते हैं।
● बुखार क्यों लगता है – Why People Get Fever

किसी भी व्यक्ति को बुखार Pyrogens नाम के केमिकल की वजह से लगता है जो हमारे शरीर में खून के साथ बहता रहता है। इस Pyrogens का निर्माण अक्सर कोई बैक्टीरिया, वायरस या फिर हमारे ही शरीर के डेड सेल करते हैं। दरअसल ये Pyrogens शरीर के लिए घातक होते हैं।
दूसरी तरफ हाइपोथैलेमस नाम का एक ग्लैंड जो ब्रेन में होता है, वह शरीर के टेंपरेचर को कंट्रोल करता है। अब जैसे ही हाइपोथैलेमस ग्लैंड तक ये जानकारी पहुंचती है कि खून में Pyrogens मौजूद है, तुरंत हाइपोथैलेमस ग्लैंड अपने टेंपरेचर कंट्रोल पावर का इस्तेमाल करते हुए शरीर के टेंपरेचर को बढ़ाना शुरू कर देता है ताकि टेंपरेचर बढ़ाकर Pyrogens को मारा जा सके। अब जैसे ही टेंपरेचर बढ़ता है Pyrogens खत्म होने लगते हैं, लेकिन इससे शरीर का तापमान काफी बढ़ जाता है। इस कारण व्यक्ति को बुखार आ जाता है।
● पैरोगेन्स – Pyrogens
इसे आप इस तरीके से भी समझ सकते हैं कि जब शरीर में बैक्टीरिया या वायरस या फंगस प्रवेश कर जाता है तो यह एक खास किस्म का केमिकल रिलीज करते हैं जिसे Pyrogens कहा जाता है। यह एक ऐसा केमिकल होता है जो शरीर में इंफेक्शन बढ़ाना शुरू कर देता है।
अब इस बात की जानकारी जैसे ही हाइपोथैलेमस ग्लैंड को मिलती है कि शरीर में कोई इनफेक्शियस एलिमेंट आ गया है, तो तुरंत हाइपोथैलेमस ग्लैंड शरीर का तापमान बढ़ा देता है। ताकि इंफेक्शन पैदा करने वाली चीज को खत्म किया जा सके। बस इसी कारण शरीर का तापमान बढ़ता है जिसे हम आप बुखार कहते हैं।
यहां एक बात ध्यान दे कि यह सामान्य स्थिति में जो बुखार लगता है उस बारे में हमने ऊपर बताया है। कई मामलों में जब शरीर में कोई दूसरी बीमारी होती है और इंफेक्शन फैल जाता है तब भी व्यक्ति को बुखार लगती है।
सामान्य हालात में समझें तो जब शरीर में इंफेक्शन बढ़ना शुरू हो जाता है इंफेक्शन को खत्म करने के लिए ही शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता इंफेक्शन से लड़ने के लिए एक्टिव हो जाता है. इसी के रिस्पांस में टेंपरेचर बढ़ता है जिससे व्यक्ति को बुखार आता है।
● बुखार शरीर के लिए अच्छा होता है – Is Fever Good For Body
दरअसल शरीर में जब कोई इंफेक्शन पैदा होता है तो शरीर का तापमान बढ़ता है यानी व्यक्ति को बुखार लगता है। जब तापमान बढ़ता है तो यही बढ़ा हुआ तापमान शरीर के इंफेक्शन को खत्म करता है। अतः कभी-कभी बुखार लगना शरीर के लिए अच्छा होता है। इससे शरीर के अंदर जो इंफेक्शन पैदा होता है उसे बढ़ा हुआ तापमान तुरंत खत्म कर देता है और आगे व्यक्ति कई गंभीर बीमारी से बच जाता है।
वैसे एक लिमिट तक की तापमान बढ़ना शरीर के लिए फायदेमंद होता है। अगर किसी व्यक्ति को हफ्ता 10 दिन तक लगातार 100 फॉरेनहाइट से ज्यादा बुखार है तो यह किसी दूसरी बीमारी के लक्षण हो सकते हैं. इसके अलावा अगर शरीर का तापमान 103 या 4 डिग्री से अधिक हो गया है तो यह बहुत ज्यादा खतरनाक हो सकता है ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
● बुखार बीमारी है या किसी बीमारी का लक्षण – Is Fever disease or symptoms
काफी लोग ऐसे हैं जो बुखार को अपने आप में एक बीमारी समझते हैं। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बुखार असल में कोई बीमारी नहीं है। बल्कि किसी दूसरी बीमारी का लक्षण है। जब शरीर के अंदर कोई दूसरी बीमारी होती है तो उसके लक्षण के तौर पर व्यक्ति को बुखार आने लगता है। जब बीमारी छोटी होती है तो सामान्य बुखार लगता है और कुछ दिन में ठीक हो जाता है। लेकिन कोई बड़ी बीमारी ने शरीर को जकड़ लिया है तो ऐसी स्थिति में बुखार जल्दी नहीं जाता और लंबे समय तक बुखार लगता रहता है।
इसलिए अगर किसी व्यक्ति को पिछले काफी समय से लगातार बुखार लग रहा है तो उसे चाहिए कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें ताकि हालात को बिगड़ने से पहले ठीक किया जा सके।