सीपी या सेरेब्रल पाल्सी एक ऐसी स्थिति है जिसमें बच्चे का मस्तिष्क कई कारणों से पूरी तरीके से विकसित नहीं हो पाता है। ऐसे में बच्चे का विकास ठीक ढंग से नहीं होता और जैसे-जैसे बच्चे की उम्र बढ़ती है, समस्याएं भी काफी ज्यादा देखने को मिलती हैं। बच्चे में एक साथ कई तरीके की समस्या देखने को मिलती है। बच्चा ना तो ठीक-ठाक से चल पाता है ना बोल पाता है, ना खड़ा हो पाता है। कुछ बच्चों में देखने, सुनने तथा कुछ निगलने इत्यादि में भी दिक्कतें हो सकती है। कुल मिलाकर सेरेब्रल पाल्सी बीमारियों का एक समूह है।
अगर आप इस बारे में और अधिक जानना चाहते हैं की सेरेब्रल पाल्सी क्या है, तो पहले इस लिंक पर क्लिक करके यह जान लें कि सेरेब्रल पाल्सी क्या है, सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण क्या है, सेरेब्रल पाल्सी के कारण क्या है तथा सेरेब्रल पाल्सी का इलाज क्या है।
इस आर्टिकल में फिलहाल हम आपको सेरेब्रल पाल्सी के इलाज (Cerebral Palsy ka ilaj) तथा Cerebral palsy exercises in Hindi के बारे में बताएंगे।
अगर आपने पिछला आर्टिकल पढ़ लिया है, तो चलिए अब आपको बताते हैं कि सेरेब्रल पाल्सी का इलाज या सेरेब्रल पाल्सी ट्रीटमेंट क्या है (Cerebral palsy exercises in Hindi).
आगे बढ़ने से पहले बात ध्यान दें कि इस आर्टिकल में हम केवल सेरेब्रल पाल्सी का फिजियोथेरेपी इलाज (Cerebral Palsy ka Physiotherapy Ilaj) यानी Cerebral palsy exercises in Hindi के बारे में ही बताएंगे।
● Cerebral Palsy Physiotherapy treatment in Hindi – मस्तिष्क पक्षाघात भौतिक चिकित्सा उपचार
वर्तमान समय में सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट या सेरेब्रल पाल्सी का इलाज कोई ऐसा उपलब्ध नहीं है जिससे कि 100% सेरेब्रल पाल्सी का इलाज किया जा सके। जितने भी सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट हैं, सभी कुछ हद तक आराम पहुंचाने के लिए है। सेरेब्रल पाल्सी के इलाज में जितने भी उपलब्ध विकल्प हैं, उनमें सबसे बेहतर विकल्प फिजियोथेरेपी है। फिजियोथेरेपी के माध्यम से सेरेब्रल पाल्सी का इलाज (Cerebral Palsy ka ilaj) करने से काफी हद तक बच्चे की स्थिति बेहतर होती है।
Cerebral palsy physiotherapy treatment का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि जहां तक संभव हो, सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट की मदद से मरीज की स्थिति को बेहतर से बेहतर किया जा सके। सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज में उपलब्ध क्षमताओं का उपयोग करते हुए ही बच्चे को इस लायक बनाने की कोशिश होती है कि जहां तक संभव हो सके, अपने आवश्यक काम खुद ही कर सके। साथ ही बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रह सके।
इसके अलावा फिजियोथेरेपी के माध्यम से यह भी कोशिश की जाती है कि बच्चे को कम से कम इस स्तर तक बनाया जा सके कि वह आराम से परिवार और आसपास की सोसाइटी के हिसाब से ढाल सके। कुल मिलाकर फिजियोथेरेपी का मुख्य उद्देश्य बेल पाल्सी के मरीज में बच्चे के क्वालिटी ऑफ लाइफ को बेहतर करना होता है। इस बात के भी सुबूत हैं कि लगातार नियमित रूप से फिजियोथेरेपी करवाने से सेरेब्रल पाल्सी के बच्चों का जीवन स्तर बेहतर होने के साथ-साथ उनका जीवनकाल भी बढ़ता है।
मस्तिष्क पक्षाघात भौतिक चिकित्सा उपचार यानी सेरेब्रल पाल्सी के लिए फिजियोथेरेपी के द्वारा बच्चे के Function, Movement इत्यादि को बेहतर करने की कोशिश की जाती है।
सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट शुरू करने से पहले यह देखा जाता है कि बच्चे की स्थिति क्या है। बच्चे का एसेसमेंट पूरी तरीके से करने के बाद सेरेब्रल पाल्सी ट्रीटमेंट प्लान किया जाता है। अलग-अलग बच्चों की स्थिति के हिसाब से इलाज का तरीका बदल सकता है। लेकिन आमतौर से फिजियोथेरेपी में सेरेब्रल पाल्सी का इलाज जो दिया जाता है, आगे हम बता रहे हैं।
● सेरेब्रल पाल्सी के इलाज में फिजियोथेरेपी क्या करता है – Benefits of Physiotherapy in CP Child
जब सेरेब्रल पाल्सी के इलाज या सेरेब्रल पाल्सी के उपचार के तरह बच्चों को सेरेब्रल पाल्सी में फिजियोथेरेपी इलाज दिया जाता है तो कई तरह के लाभ देखते हैं। सेरेब्रल पाल्सी में फिजियोथेरेपी होने से निम्नलिखित चीजें बेहतर होती हैं –
- कोऑर्डिनेशन (Coordination)
- बैलेंस (Balance)
- मांसपेशियों में मज़बूती या ताकत आती है (Strength)
- बच्चों की Flexibility भी बढ़ती है।
- Endurance भी बढ़ता है
- Pain management यानी फिजियोथेरेपी के द्वारा बच्चे को दर्द से आराम मिलता है।
- Posture भी काफी हद तक ठीक होता है।
- सेरेब्रल पाल्सी ट्रीटमेंट के तहत लगातार फिजियोथेरेपी करवाने से बच्चे का कुल मिला कर स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज – Cerebral palsy exercises in Hindi

● Neurodevelopmental Treatment (NDT) या Bobath Approach
सेरेब्रल पाल्सी के इलाज में जिस तकनीक का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है, उस तकनीक को बोबाथ तकनीक (Bobath Approach) कहा जाता है। इस तकनीक की खोज 1940 के आसपास की गई थी। इसमें कई अलग-अलग तरह के एक्सरसाइज शामिल हैं। इस तकनीक के द्वारा यह कोशिश की जाती है कि बच्चे में जो स्थिति है उसे और बेहतर से बेहतर किया जा सके तथा बच्चे को कोई और नई समस्याओं से न गुजरना पड़े। साथ ही बच्चे के उपलब्ध क्षमताओं का उपयोग करते हुए बच्चे के सभी फंक्शन को बेहतर किया जा सके। बोबाथ एप्रोच का मुख्य उद्देश्य Motor development तथा function को बेहतर करना तथा मसल कॉन्ट्रैक्चर, जॉइंट डिफॉर्मिटी को कम करना होता है।
● Constraint Induced Movement Therapy in CP (CIMT)
अगर सेरेब्रल पाल्सी का बच्चा Hemiplegic Cerebral Palsy का शिकार है तो इस तकनीक का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक का उद्देश्य प्रभावित हुए हिस्से का अधिक-अधिक से उपयोग करने लायक बनाना होता है। इस तकनीक में शरीर के उस हिस्से को कुछ दिनों के लिए Immobilized कर दिया जाता है जो कि सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। ऐसा इस लिए किया जाता है ताकि मरीज़ अब अपने उस अंगों का उपयोग करने की कोशिश करे जो कि सेरेब्रल पाल्सी से प्रभावित हुआ है।
● Patterning in CP
ये एक ऐसी तकनीक है जो को सेरेब्रल पाल्सी के उपचार में बड़े स्तर पर आजमाया जाता है। इस तकनीक का उपयोग मुख्य रूप से Motor development को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इस तकनीक के द्वारा बच्चों को वह चीजें सीखने की कोशिश की जाती है, जो कि बच्चे में डेवलप नहीं हो पाया है। जैसे कि अगर बच्चा खड़ा नहीं हो पा रहा है तो इस तकनीक का उपयोग करते हुए उसे ये सीखाने की कोशिश की जाती है। इसी तरह बच्चे को वह सभी चीजें सिखाने की कोशिश की जाती है जो कि उसमें डेवलप नहीं हुआ है।
● Passive Stretching In CP
सेरेब्रल पाल्सी के बच्चों में मांसपेशियों का कड़ा होना यानी Muscle Spastic आम हो जाता है। ये सेरेब्रल पाल्सी के लक्षण भी है। इसलिए Spasticity यानी मांस पेशियों के करापन को दूर करने के लिए सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट में एक विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट सेरेब्रल पाल्सी का उपचार में सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज के तहत बच्चे को सावधानी से पैसिव स्ट्रैचिंग देते हैं। इससे काफी हद तक मांसपेशियां रिलीज होती हैं। तथा ऐसे बच्चे के जोड़ों का फंक्शन काफी हद तक बेहतर होता है। यह रेंज ऑफ मोशन बढ़ाने में तथा Spasticity कम करने में काफी कारगर साबित होता है। इसके अलावा इससे बच्चे को चलने में भी मदद मिलती है। बच्चों की स्थिति को देखते हुए ये तय किया जाता है की स्ट्रेचिंग किस प्रकार देना है।
● Weight Bearing Exercise in Hindi
सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट में वेट बियरिंग एक्सरसाइज का भी काफी महत्व होता है। सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज के दौरान मरीज़ को Weight Bearing Exercise दिया जाता है। इससे Lower Limb Contracture काफी हद तक कम होता है। वेट बियरिंग एक्सरसाइज Tilt-tables तथा standing frames की मदद से दिया जाता है। Static Weight-bearing Exercises भी सीपी चाइल्ड ट्रीटमेंट के तहत दिया जा सकता है।
Splinting in CP
सेरेब्रल पाल्सी इलाज में स्प्लिंटिंग और कास्टिंग का काफी महत्व महत्व होता है। इसके तहत डिफॉरमेटी, कॉन्ट्रेक्चर इत्यादि को ठीक करने के लिए या मरीज़ को सहारा देने के लिए अलग-अलग तरह के एक्सटर्नल डिवाइस यूज किए जाते हैं।
Serial Casting in Cerebral Palsy
सेरेब्रल पाल्सी के उपचार में स्पास्टिसिटी तथा कॉन्ट्रेक्चर को कम करने के लिए सीरियल कास्टिंग का बड़े स्तर पर उपयोग किया जाता है। सीरियल कास्टिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें जॉइंट रेंज ऑफ मोशन बढ़ाने के लिए किसी खास जॉइंट्स पर लगातार कास्टिंग की जाती है। यह कास्ट प्रत्येक 1 से 2 हफ्ते पर किया जाता है। यह तब तक किया जाता है जब तक की नार्मल रेंज ऑफ़ मोशन ना आ जाए।
Muscle Strengthening Exercises in Cerebral Palsy
Cerebral Palsy Treatment में मसल्स स्ट्रैंथनिंग का बहुत ज्यादा महत्व है। सेरेब्रल पाल्सी होने पर अक्सर बच्चों में मांसपेशियां काफी कमजोर हो जाती है। ऐसे में उन्हें कोई भी एक्टिविटी करने में काफी दिक्कत होती है या वह एक्टिविटी नहीं कर पाते हैं। इसलिए सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज में मसल्स स्ट्रैंथनिंग एक्सरसाइज के द्वारा फिर से मांसपेशियों को मजबूत करने की कोशिश की जाती है। सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज का फायदा कुछ ही दिनों में मरीज़ में दिखने लगता है।
Functional Exercises in Cerebral Palsy
मस्तिष्क पक्षाघात भौतिक चिकित्सा या Cerebr Palsy Treatment में इसके तहत बच्चों को कुछ बेसिक एक्टिविटी सिखाई जाती है ताकि बच्चे कुछ काम खुद करने की कोशिश करें। सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज के तहत कई अलग-अलग तरह के एक्सरसाइज दिए जाते हैं ताकि बच्चे कुछ काम अपने आप कर सके। इससे देखा गया है कि बच्चे का ओवरऑल फिटनेस भी काफी अच्छा होता है। इससे Muscles Strenghtning के साथ-साथ Contracture से भी आराम मिलता है।
Electrical Stimulation in CP
सेरेब्रल पाल्सी के इलाज में सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज के साथ-साथ Electrotherapy का भी उपयोग बड़े स्तर पर किया जाता है। Muscle strength तथा Motor function को बेहतर करने के लिए Electrical Nerve Stimulation (TENS) का उपयोग बड़े स्तर पर किया जाता है। फिजियोथेरेपी टेंस मशीन के उपयोग से मांशपेशियों में कॉन्ट्रैक्शन होता है। साथ ही Muscle Function भी बेहतर होता है।
ये कुछ तकनीक हैं जिसका उपयोग सेरेब्रल पाल्सी के इलाज (Cerebral Palsy ke ilaj) या Cerebral Palsy ka Upchar) में use किया जाता है। ध्यान दें कि Cerebral Palsy Physiotherapy Treatment के दौरान बच्चे की स्थिति के अनुसार एक Physiotherapist कुछ अन्य प्रकार के भी Cerebral Palsy Exercise (सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज) दे सकते हैं।
इस आर्टिकल में हमने बताने की कोशिश की है कि सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज क्या क्या हैं। तथा Cerebral palsy physical therapy exercise किस तरह दिया जाता है। अब आपको पता चल गया होगा कि सेरेब्रल पाल्सी एक्सरसाइज कैसे किया जाता है। हिंदी में मस्तिष्क पक्षाघात भौतिक चिकित्सा उपचार या सेरेब्रल पाल्सी के लिए भौतिक चिकित्सा उपचार (cerebral palsy physiotherapy in hindi,) के संबंध में कुछ और आप जानना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
[…] पाल्सी का इलाज के फिजियोथेरेपी के द्वारा कैसे किया जाता है, इस बारे […]