आज के आर्टिकल में बात करने वाले Guillain Barre syndrome in Hindi के बारे में. हम बताएंगे कि गुलियन बेरी सिंड्रोम या Guliyan beri symdroms hindi में क्या होता है। इसके अलावा हम guillain barre syndrome treatment in hindi के बारे में भी बताएंगे। इसके अलावा इसके लिए हमें क्या परीक्षण कराने होते हैं और किस तरीके से Guillain Barre syndrome ka ilaj कराया जाता है। और साथ ही साथ बात करेंगे Guillain Barre syndrome के इलाज में फिजियोथेरेपी कितना मददगार होता है।
यदि आप भी Guillain Barre syndrome से पीड़ित हैं या फिर इस बीमारी के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल Guillain Barre syndrome in Hindi को पूरा पढ़ें।
गुलियन बेरी सिंड्रोम क्या है – Guillain Barre syndrome in Hindi
Guillain Barre Syndrome kya hai – गुइलेन बर्रे सिंड्रोम हिंदी (guillain barre इन हिंदी) में जानने से पहले हम बात करते हैं कि इस बीमारी का सही उच्चारण क्या है।
कई लोग इस बीमारी को गुलियन बेरी सिंड्रोम या Guliyan beri syndrome कहते हैं। जबकि कुछ लोग इसे Guillain Barre Syndrome की बजाय सिर्फ GB Syndrome या GBS कहते हैं। देखिए, इस बीमारी का जो सही उच्चारण है, वह अंग्रेजी में Guillain Barre Syndrome है। जबकि हिंदी में इसे गुइलेन बर्रे सिंड्रोम कहेंगे। इसे गुलियन बेरी सिंड्रोम या Guliyan beri syndrome कहना गलत होगा।
● हिंदी में जीबीएस रोग – GBS Disease fullform in Hindi

काफी लोग गुलियन बेरी सिंड्रोम को GB Syndrome या GBS कहते है। दरअसल, GBS ka fullform Guillain Barre Syndrome होता है। इसलिए, इसे GBS या GB Syndrome कहना भी सही है।
चलिए, अब बात करते हैं कि Guillain Barre Syndrome kya hai –
गुइलेन बर्रे सिंड्रोम (Guillain Barre Syndrome) एक बेहद ही दुर्लभ प्रकार की बीमारी है। Guillain Barre syndrome एक सर्व प्रतिरक्षित रोग है। यह शरीर की सुरक्षा प्रणाली में स्वस्थ तंत्रिकाओं पर हमला करने लगती है। जबकि हाथों और पैरों में झुनझुनी होने लगती है। समय के साथ Guillain Barre syndrome पूरे शरीर में फैल जाता है।
शुरुआत में इस रोग में सांस संबंधी परेशानियां होती हैं। इसके बाद पूरा शरीर लकवा ग्रस्त हो जाता है। Guillain Barre syndrome ke lakshan कई होते हैं। जैसे सांस लेने में तकलीफ, हाथ पैरों में झुनझुनी ,ब्लड प्रेशर की समस्या चलने में और सीढ़ी चढ़ने में कठिनाई होती है
वर्तमान समय में Guillain Barre syndrome के कारणों का पता नहीं चल सका है। इसके लिए चिकित्सा जगत में कई सारी शोध किए जा रहे हैं तत्काल में प्रतिरक्षित कोशिकाओं द्वारा नसों पर हमला करना मुख्य कारण माना जा रहा है।
फिलहाल Guillain Barre syndrome का कोई उपचार नहीं है। इसके लिए परहेज जरूरी है विशेषज्ञों की मानें तो Guillain Barre syndrome से बचाव के लिए नियमित और संतुलित आहार लें वर्कआउट के साथ-साथ मेडिटेशन करें और इस रोग की आशंका होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गुलियन बेरी सिंड्रोम के लक्षण – Guillain Barre syndrome Symptoms in Hindi

GBS ke lakshan या GB Syndrome ke lakshan की बात करें तो Guillain Barre syndrome एक Severe हेल्थ प्रॉब्लम है। जिसमें हमारे बॉडी का डिफेंस सिस्टम जिसे हम इम्यून सिस्टम करते हैं, वह खुद हमारे बॉडी के नर्वस सिस्टम पर अटैक करता है। जिसकी वजह से नब्ज इंफ्लेम्ड हो जाती हैं और मांसपेशियों में कमजोरी सुई चुभने जैसा एहसास हमें होता है ।
Guillain Barre syndrome में मुख्यता हमारी जो नब्ज हैं, उनकी मायलिंग सीट कवरिंग होती है, वह अफेक्ट होती है। जिसे हम डीमायलेनेसन बोलते हैं। जिसकी वजह से मांसपेशियों में कमजोरी आने लगती है और जो इलेक्ट्रिकल सिगनल्स जो हमारे नर्वस सिस्टम में से पास होते हैं, वह स्लो हो जाते हैं। जिसकी वजह से मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और सुई चुभने जैसा एहसास पेशेंट को महसूस होता है।
गुलियन बेरी सिंड्रोम की जांच – Guillain Barre syndrome test in Hindi
अब बात करते हैं कि गुलियन बेरी सिंड्रोम बीमारी का परीक्षण कैसे कराया जाता है जिससे हमें इस बीमारी के बारे में पता चलता है। Guillain Barre syndrome में मुख्यता रोगी की हिस्ट्री ली जाती है। और हाल ही में मांसपेशियों में खिंचाव या तनाव, दर्द जैसी समस्याएं के बारे में पूछा जाता है। अगर एकदम से मांसपेशियों में कमजोरी पूरे हाथों से लेकर पैरों तक आ जाती है तो अनुमान लगाया जाता है कि कि रोगी को Guillain Barre syndrome है। साथ ही ग्लंबर पंचर करके इसका परीक्षण किया जाता है।
Guillain Barre syndrome के टेस्ट के लिए पेशेंट की इलेक्ट्रोमायोग्राफी कराई जाती है। जिसमें रोगी की मांस पेशियों की इलेक्ट्रिकल कंडक्टिविटी का परीक्षण किया जाता है। Guillain Barre syndrome ki jankari के लिए रोगी का Nerve conduction velocity test भी करवाया जाता है।
गुलियन बेरी सिंड्रोम का इलाज – Guillain Barre syndrome treatment in Hindi
gb syndrome ka ilaj in hindi या
guillain barre syndrome treatment in hindi की बात करें तो Guillain Barre syndrome के अंदर हम यह मानते हैं कि इसका कोई इलाज नहीं है। इसलिए इस बीमारी में Guliyan beri syndrome ke lakshan कम किया जाता है और अच्छे रख रखाव के माध्यम से रोगी को ठीक किया जाता है। रोगी को ब्लड थिनर्स दिए जाते हैं ताकि रक्त का थक्का ना जमे। अगर पेशेंट की डायाफ्राम इंवॉल्व है और अगर उसके अंदर कमजोरी आ गई है तो पेशेंट को वेंटिलेटर पर रखा जाता है और साथ ही Physiotherapy पेशेंट को कराई जाती है।
● गुलियन बेरी सिंड्रोम का फिजियोथेरेपी इलाज – GB Syndrome physiotherapy treatment in Hindi
GB Syndrome में फिजियो थेरेपी इसीलिए इंपोर्टेंट है, क्योंकि फिजियो थेरेपी से Guillain Barre syndrome के जो पेशेंट होते हैं उनके ज्वाइंट और मसल्स को हेल्दी रखा जाता है। फिजियोथेरेपी शुरू होती है हॉस्पिटल से लेकर जब तक वह पेशेंट आपने अधिकतम पोटेंशियल तक नहीं पहुंच जाता , मतलब वह अपनी पहली जैसी फिजिकल एक्टिविटी नहीं करता तब तक उसकी फिजियोथेरेपी कराई जाती है। फिजियो थेरेपी के अंदर पेशेंट को विभिन्न तरीके की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कराती जाती हैं ।
● गुइलेन बर्रे सिंड्रोम से बचने के उपाय – Guillain Barre syndrome prevention in Hindi
यदि आप भी Guillain Barre syndrome जैसी बीमारियों से बचना चाहते हैं तो नीचे बनाई गई चीजों को यदि आप सेवन करते हैं तब आप Guillain Barre syndrome से बच सकते हैं।
- बेरीज – विशेषज्ञों का मानना है यदि 50 साल या उससे अधिक के व्यक्ति बेरीज का सेवन नियमित करें तब वह गुलियन बेबी सिंड्रोम जैसी समस्या से बच सकते हैं और यह केवल Guillain Barre syndrome से नहीं बल्कि आपको कई बीमारियों से बचाता है।
- बादाम– हड्डियों की मजबूती के लिए बादाम बहुत आवश्यक है इसलिए आप बादाम का सेवन नियमित और संतुलित मात्रा में करें तो इससे आप Guillain Barre syndrome से बच सकते हैं।
- अखरोट– बादाम की तरह अखरोट का भी सेवन हमें प्रतिदिन अपने भोजन के साथ करना चाहिए अगर हम संतुलित मात्रा की बात करें तो 50 साल से कम उम्र के लोग प्रतिदिन दो से तीन अखरोट खा सकते हैं इससे वह स्वस्थ रहेंगे और उनकी प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी तथा मानसिक विकास भी होगा।
- चुकंदर – जैसा कि आपको पता है कि चुकंदर हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बहुत तेजी से बढ़ाता है और रक्त के स्तर को भी बढ़ाता है इसलिए यदि आप चुकंदर का सेवन करते हैं तब आप Guillain Barre syndrome से तो बच ही सकते हैं साथ ही साथ आप अन्य बीमारियों से भी अपने शरीर की सुरक्षा कर सकते हैं।
इन चीज़ों का सेवन करना एक तरीके से गुलियन बेरी सिंड्रोम का घरेलू इलाज (gb syndrome ka gharelu ilaj) या guillain barre syndrome treatment at home जैसा है।
उम्मीद है, आपको gbs disease in hindi या
हिंदी में जीबीएस रोग अथवा गुइलेन बर्रे सिंड्रोम हिंदी में समझ में आ गया होगा। इसके अलावा आज के इस लेख में हमने जाना कि Guillain Barre syndrome क्या है। Guillain Barre syndrome symptoms in Hindi,Guillain Barre syndrome का टेस्ट,Guillain Barre syndrome का इलाज के बारे में जाना। साथ ही साथ Guillain Barre syndrome से बचने के उपाय के बारे में भी चर्चा की ,आशा करता हूं कि यह लेख Guillain Barre syndrome in Hindi आपको पसंद आया होगा।